बीजापुर ( शोर संदेश )। धान खरीदी केन्द्रों में पर्याप्त व्यवस्था के साथ किसानों का धान सुगमतापूर्वक विक्रय होने से किसानों में हर्षोल्लास का वातावरण है। किसान अपने मेहनत की कमाई समय पर पाकर छत्तीसगढ़ सरकार के व्यवस्थाओं की प्रशंसा कर रहे हैं।
तुरनार निवासी किसान बृजलाल राना ने बताया कि इस बार 100 क्विंटल धान बेचा समय पर टोकन काटने एवं धान बेचने में हुई सहूलियत से वह काफी खुश है। वहीं बीजापुर के उपार्जन केन्द्र में पर्याप्त सुविधा उपलब्ध होने की जानकारी दी किसान बृजलाल राना ने प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान और 31 सौ रूपए में धान खरीदी के पहल को किसानों के हित में बताया और धान बेचने के दो दिन बाद उनके खातेे में धान की राशि आने की बात बताई और कहा कि समय पर धान की राशि आने से उनके बहुत से कार्य जो पैसो के लिए अटका था वह पूरा हो गया। इतनी अच्छी व्यवस्था के लिए शासन और प्रशासन को हृदय से आभार भी व्यक्त किया।
मोहला ( शोर संदेश )। जिले में 27 धान उपार्जन केंद्रों के द्वारा धान खरीदी का कार्य लगातार जारी है। जिले में कुल 44871 किसानों का पंजीयन किया गया है जिसमें से अब तक 19651 किसानों के द्वारा 949026 क्विंटल धान बेचा गया है। खरीदे गये धान को परिवहनकर्ता एवं राईस मिलर के द्वारा उठाव किया जा रहा है।
इस काम के लिये जिले के 08 राईस मिलर्स से अनुबंध कराकर 670080 क्विंटल धान उठाव की अनुमति जारी की गई है। राईस मिलर्स के हड़ताल के कारण मिलर्स के द्वारा धान उठाव में देर हुआ। वर्तमान में सभी मिलर्स के द्वारा उठाव काम में पूरी तरह रूचि लेकर धान का उठाव किया जा रहा है और लगातार डीओ कटाया जा रहा है। अब तक जिले में 18000 क्विंटल का डीओ जारी किया गया है।
इसी तरह 250860 क्विंटल का टीओ संग्रहण केंद्रों के लिये जारी किया गया है। धान के उठाव के लिये राजनांदगांव जिले के दो संग्रहण केंद्र बीजाभाठ और सेवताटोला को जिला मोहला-मानपुर-अं. चौकी से जोड़ा गया है। समितियों में धान की आवक दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है, ऐसी स्थिति में धान खरीदी प्रभावित न हो इसलिये धान के उठाव में तेजी लाने के लिये जिला प्रशासन द्वारा गोटाटोला रोड से लगा हुआ ग्राम तेलीटोला में संग्रहण केंद्र खोलने के लिए भूमि का चिन्हांकन कर आवश्यक तैयारियां जारी कर दी गई है, शीघ्र ही संग्रहण केन्द्र प्रारंभ कर दिया जायेगा।
रायगढ़ ( शोर संदेश )। जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 अंतर्गत धान खरीदी के पश्चात अब धान उठाव में तेजी आने लगी है। जिला प्रशासन द्वारा मिलर्स से शीघ्रता से धान का उठाव करवाया जा रहा है। बीते दो दिनों में ही मिलरों द्वारा करीब 23 हजार मीट्रिक टन से अधिक का डीओ धान उठाव के लिए कटवाया गया है। वहीं इन दो दिनों में 4207 मीट्रिक टन धान का उठाव भी मिलर्स द्वारा खरीदी केंद्रों कर लिया गया है।
डीएमओ शैलो नेताम से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक मिलर्स द्वारा 28 हजार 472 मे. टन का डीओ कटवाया गया है जिसमें से 6179 मे. टन धान का उठाव कर लिया गया है। वहीं 10 हजार 681 मे.टन का टीओ जारी किया गया है। जिसमें से 4195 मे.टन का उठाव समितियों से कर लिया गया है। इस प्रकार कुल 10375 मे.टन धान का उठाव समितियों से हो चुका है। रायगढ़ जिले में 85 हजार 122 किसान धान विक्रय हेतु पंजीकृत हैं। 105 धान उपार्जन केंद्रों में अब तक 1 लाख 24 हजार 522 मे.टन धान की खरीदी उपार्जन केंद्रों में की जा चुकी है।
जिले में धान खरीदी सुचारू रूप से चालू है। धान खरीदी हेतु किसानों की सुविधा के लिए जिला प्रशासन द्वारा समितियों में समुचित व्यवस्था के साथ ही ऑनलाइन टोकन जारी करने, बारदाने की व्यवस्था, इलेक्ट्रॉनिक मशीन से तौल जैसे इंतेजाम किए गए हैं। उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी के पश्चात किसानों को तत्काल भुगतान भी जारी किया जा रहा है। धान खरीदी के पश्चात किसानों को उसका भुगतान भी तत्काल किया जा रहा है। अब तक हुई खरीदी के एवज में किसानों को 252 करोड़ 43 लाख का भुगतान किया जा चुका है। जो कि अब तक हुई कुल खरीदी का 89 प्रतिशत है। शेष भुगतान के लिए जानकारी सॉफ्टवेयर में अपडेट कर बैंक को भेज दी गई है। जो जल्द जारी हो जाएगी।
रायपुर ( शोर संदेश )। राज्य के अन्नदाताओं के प्रति संवेदनशील मुख्यमंत्री साय द्वारा भी दृढ़संकल्पित होकर किसानों के कल्याण और उनके उत्तरोत्तर प्रगति के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। शासन की योजनाओं का जमीनी स्तर पर सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहा है। कोण्डागांव जिले के किसान भी विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाकर आज समृद्ध एवं खुशहाल किसान के रूप में अपनी पहचान बना रहे हैं।
जिले के विकासखण्ड कोण्डागांव में स्थित ग्राम चिपावण्ड के 67 वर्षीय प्रगतिशील किसान चौतू नेताम ने अपनी मेहनत और नवीनतम कृषि तकनीकों के माध्यम से कृषि के क्षेत्र में सफलता की एक नई मिसाल पेश की है। उनके 03 एकड़ 54 डिसमिल की कृषि भूमि पर उन्नत खेती से उन्होंने न केवल अपनी आय में वृद्धि की है, बल्कि दूसरे किसानों के लिए भी प्रेरणास्रोत बन गए हैं। पहले चौतू नेताम पारंपरिक तरीके से रागी की खेती करते थे और पुराने ढंग से बीज बोते थे। खरीफ मौसम में पारम्परिक खेती में छिड़काव विधि से बीज बोने से उत्पादन में ज्यादा लाभ नहीं मिल पा रहा था। इसके बाद कृषि विभाग ने उन्हें आत्मा योजना के तहत नई तकनीकों का प्रशिक्षण दिया, तो उन्होंने रागी की खेती में बदलाव करने का निर्णय लिया। रबी मौसम में चौतू नेताम ने रागी की फसल की कतार बोनी की विधि को अपनाया, जिससे न केवल उनकी फसल का उत्पादन बढ़ा, बल्कि उनकी आय में भी वृद्धि हुई।
चौतू राम ने बताया कि कतार बोनी विधि से बीज का वितरण और सिंचाई ज्यादा व्यवस्थित और नियंत्रित हुआ है, जिसके कारण रागी की फसल का उत्पादन दोगुना हो गया। पहले जहां रागी की खेती 0.405 हेक्टेयर रकबा में उत्पादन केवल 4 क्विंटल होता था और केवल 12 हजार रूपये की आय प्राप्त होती थी। लेकिन अब कृषि में कतार बोनी विधि से बीजोत्पादन कार्यक्रम के माध्यम से नई तकनीक को अपनाने के बाद उत्पादन 9 क्विंटल हो गया, जिससे 45 हजार रुपये प्राप्त हुआ। इस प्रकार उत्पादन में वृद्धि के साथ उनके आय में भी वृद्धि हुई।
शासन की योजना से चौतू नेताम के लिए यह बदलाव केवल कृषि के तकनीक में बदलाव नहीं था, बल्कि उनके जीवन में भी सकारात्मक बदलाव आया। कृषि विभाग से प्राप्त तकनीकी मार्गदर्शन और प्रशिक्षण उनके लिए काफी लाभदायक साबित हुआ। कतार बोनी विधि से बीजोत्पादन के कार्यक्रम ने उन्हें न केवल अधिक उत्पादन दिया, बल्कि शासकीय योजनाओं का लाभ लेकर अपनी आय वृद्धि की और खेती के क्षेत्र में तरक्की के राह पर अग्रसर हुए हैं। चौतू राम ने जिले के अन्य किसानों को भी योजना का लाभ लेने प्रशिक्षण प्राप्त कर कृषि में उन्नत तकनीक अपनाने की अपील की।
मुख्यमंत्री साय के सुशासन में राज्य के किसानों को आगे बढ़ने के अवसर मिल रहे हैं, बल्कि उनकी मेहनत और उत्पादन का उचित दाम भी मिल रहा है। किसानों की मेहनत को शासन की योजनाओं के माध्यम से उचित मार्गदर्शन, प्रशिक्षण और सहायता मिल रहा है, जिससे वे समृद्ध और खुशहाल होने के साथ कृषि के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं। चौतूराम जैसे कई ऐसे किसान हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत के साथ शासन की योजनाओं का लाभ उठाकर कृषि के क्षेत्र में नई तकनीकों को अपनाते हुए अच्छी आय प्राप्त कर रहे हैं।
रायपुर ( शोर संदेश )। रायपुर के विभिन्न धान खरीदी केंद्रों में मंगलवार को कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह एवं एसपी डाॅ. लाल उम्मेद सिंह पहुंचे। कलेक्टर एवं एसपी ने धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण किया। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ विश्वदीप समेत अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। कलेक्टर एवं एसपी ने बरौदा, दौंदेकला एवं पचेड़ा के धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण किया। कलेक्टर डाॅ. सिंह ने धान खरीदी केंद्रों में धान के उठाव की व्यवस्था देखी और अधिकारियों को जल्द से जल्द धान के उठाव कराने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने कहा कि धान खरीदी केंद्रों में धान को सुरक्षित तरीके से रखा जाएं और राइस मिलों द्वारा जल्द ही धान का उठाव किया जाना सुनिश्चित की जाएं।
कलेक्टर ने धान खरीदी केंद्रों में धान के माॅश्चर को मशीन से जांच की। कलेक्टर ने कहा कि धान में माश्चर की मात्रा शासन के निर्धारित मात्रा से ज्यादा न हो। किसानों से धान खरीदी करते समय धान का माॅश्चर जांच किया जाएं। साथ ही कलेक्टर ने धान बेचने पहुंचे किसानों से बातचीत की। कलेक्टर ने धान खरीदी व्यवस्था साथ ही ऑनलाइन-ऑफलाइन टोकन व्यवस्था की जानकारी किसानों से ली। बेहतर व्यवस्था पर किसानों ने संतुष्टि जताई। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि टोकन संबंधी व्यवस्था बेहतर रखी जाएं, जिससे किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानियां नहीं होनी चाहिए। कलेक्टर ने इलेक्ट्राॅनिक तौल व्यवस्था का अवलोकन किया।
कोरिया ( शोर संदेश )। कलेक्टर के निर्देशानुसार एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सोनहत के मार्गदर्शन में रामगढ़ धान खरीदी केंद्र पर 16 दिसंबर को 60 क्विंटल अवैध धान जब्त किया गया।
नायब तहसीलदार परमानंद कौशिक ने आकस्मिक निरीक्षण के दौरान पाया कि सेमरिया निवासी किसान शिवकुमार पिता सरजू राम के नाम पर लाए गए 150 बोरी (60 क्विंटल) धान का वास्तविक स्वामित्व सुरेश कुमार पिता बरमलाल का है। पूछताछ में दोनों किसानों ने स्वीकार किया कि धान शिवकुमार के नाम पर अवैध रूप से विक्रय के लिए लाया गया था।
अधिकारियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 60 क्विंटल धान को जप्त कर धान खरीदी केंद्र के समिति प्रबंधक गोविंद प्रसाद दुबे के सुपुर्द कर दिया। मंडी अधिनियम के तहत दोषियों पर कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन उच्च अधिकारियों को भेजा गया है। मिली जानकारी के अनुसार धान खरीदी केंद्र रामगढ़ में निरीक्षण के दिन 187 क्विंटल धान का समर्पण भी कराया गया।
रायपुर ( शोर संदेश )। छत्तीसगढ़ में मिलर्स के साथ हुई बैठक के बाद धान के उठाव को लेकर गतिरोध खत्म हो गया है। डिप्टी सीएम अरुण साव और मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल के साथ हुई बैठक के बाद मिलर्स ने धान का उठाव शुरू करने की घोषणा कर दी है। उन्होंने कहा कि, लंबित भुगतान को लेकर गतिरोध दूर किया गया है। बैठक के बाद मिलर्स ने कहा कि, आज से ही धान का उठाव शुरू किया गया है।
बैठक के बाद मिलर्स ने कहा कि, सरकार ने सभी लंबित मांगें मान ली है। प्रशासनिक अड़चन दूर कर लंबित राशि का भुगतान होगा। वास्तविक भाड़ा को लेकर भी सरकार ने मांग मान ली है। मिलर्स को सरकार पर पूरा भरोसा है, उठाव शुरू कर दिया गया है। गतिरोध दूर करने को लेकर मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने कहा कि, मिलर्स की मांगों पर सरकार ने पहले ही सहमति दे दी है। मिलर्स डीओ कटा रहे हैं, धान का उठाव भी लगातार कर रहे हैं. सरकार किसानों के साथ है, धान खरीदी लगातार जारी रहेगी
बेमेतरा (शोर संदेश )। खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के तहत समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य जिले में तेज़ी और सुगमता से चल रहा है। वर्तमान में 129 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से किसानों से 394028 मीट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है, जिसकी कुल कीमत 906.68 करोड़ रुपये आंकी गई है। अब तक 78233 किसानों ने उपार्जन केंद्रों पर धान बेचा है। किसानों को 680 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया जा चुका है।
साथ ही लिंकिंग के तहत 226.68 करोड़ रुपये की राशि की वसूली की गई है। जिला खाद्य अधिकारी के अनुसार, जिले में अब तक 32046 मीट्रिक टन धान का उठाव हो चुका है। शेष धान के उठाव और परिवहन का कार्य तेजी से जारी है, जिसे जिले के मिलरों के माध्यम से पूरा किया जा रहा है। प्रशासन ने धान उपार्जन और उठाव को सुचारू बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किए हैं। कलेक्टर रणबीर शर्मा ने संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द धान उठाव की कार्रवाई के निर्देश दिए है।