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Raipur

महतारी वंदन योजना:16वीं किस्त में महिलाओं को मिले 648 करोड़ रुपए

03-Jun-2025
रायपुर। शोर संदेश )  छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा महतारी वंदन योजना की सोलहवीं किस्त का भुगतान सोमवार को किया गया। इसके तहत प्रदेश की 69.30 लाख से अधिक महिलाओं को 648.24 करोड़ रुपए की सहायता राशि उनके बैंक खाते में डाली गई। राज्य सरकार द्वारा महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए इस योजना की शुरुआत मार्च 2024 में की गई थी।
अब तक लगातार 16 माह में 10433.64 करोड़ रुपए की राशि महिलाओं को दी जा चुकी है। इसके अंतर्गत 21 से 60 साल उम्र की विवाहित, विधवा, तलाकशुदा और परित्यक्ता महिलाओं को हर महीने एक हजार रुपए की सहायता राशि दी जाती है। योजना से होने वाले भुगतान एवं अन्य जानकारी से अवगत होने के लिए महतारी वंदन योजना के पोर्टल अथवा महतारी वंदन योजना का मोबाइल एप भी है जिसे हितग्राही प्लेस्टोर से डाउनलोड कर अपनी जानकारी देख सकते हैं।
महतारी वंदन योजना के तहत एक बार फिर पात्र महिलाओं के नाम जोड़े जाएंगे। सरकार बनने के बाद से अब तक लगभग 69.30 लाख महिलाओं को इस योजना का लाभ मिल रहा है, लेकिन कई महिलाएं किसी कारण फार्म नहीं भर पाई थी। महिलाओं के मन यह सवाल था कि दोबारा फार्म भरने का मौका मिलेगा कि नहीं। अब उनके लिए एक अच्छी खबर है कि राज्य सरकार योजना से छूटी हुईं महिलाओं से जल्द ही आवेदन फार्म भरवाएगी।

रायपुर-जशपुर समेत 22 जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट : कांकेर-सुकमा में 50 किमी की रफ्तार से हवा चलेगी

03-Jun-2025
रायपुर।शोर संदेश )  छत्तीसगढ़ में सिनॉप्टिक सिस्टम के बदलाव से मानसून की रफ्तार धीमी हो गई है। प्रदेश में अगले दो और दिन ड्राई रहेंगे। इस दौरान सिर्फ कुछ जगहों में हल्की बारिश होने का अनुमान है। वहीं बारिश नहीं होने से औसतन तापमान में 2-4 डिग्री तक वृद्धि हो सकती है, जिससे गर्मी बढ़ेगी।
मौसम विभाग ने आज रायपुर, जशपुर समेत 22 जिलों में थंडर स्टॉर्म का यलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में गरज-चमक के साथ 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। बिजली गिर सकती है। इसके अलावा बाकी बचे अन्य जिलों में मौसम सामान्य रहेगा।
मई के शुरुआती 20-25 दिन तेज गर्मी वाले होते हैं। इस दौरान दिन का तापमान अपने उच्चतम स्तर यानी 46-47 डिग्री तक पहुंच जाता है। छत्तीसगढ़ में दिन का औसत तापमान 38 डिग्री से ऊपर ही रहता है। दो-तीन दिन लू भी चलती है। इसके विपरीत इस साल पूरे महीने मौसम ठंडा रहा।
इसका कारण लगातार 24 तरह के सिस्टम बने हैं। 31 में से 24 दिन बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और लगे हुए तटीय राज्यों में मजबूत सिस्टम बने हैं। इन सिस्टम के कारण समुद्र से आने वाली नम हवा ने छत्तीसगढ़ में बारिश कराई है। इस साल छत्तीसगढ़ में मई के महीने में 360 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है। आमतौर पर मई के महीने में बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में लगातार सिस्टम बनते हैं। इनकी संख्या तय नहीं है। फिर भी इस साल अपेक्षाकृत अधिक सिस्टम बने हैं। यही वजह है कि लगातार गहरे बादल बने। सिस्टम के कारण स्थानीय प्रभाव से छत्तीसगढ़ के ऊपर सिस्टम बने। बारिश भी हुई।

एक महीने तक चला पीआरएसयू का समर कैंप:86 बच्चों ने लिया विभिन्न खेलों का प्रशिक्षण

03-Jun-2025
रायपुर। शोर संदेश )  पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय में चल रहे समर कैंप में 86 बच्चों ने छह खेलों में अपनी ट्रेनिंग पूरी कर ली है। ये कैंप पिछले एक महीने से चल रहा था। कैंप के आखिरी दिन साइकल रैली निकाली गई। इसमें यूनिवर्सिटी के अलग-अलग विभाग के हेड ऑफ डिपार्टमेंट्स, प्रोफेसर और स्टूडेंट्स शामिल हुए।
पिछले कुछ सालों से इस कैंप में स्कूल स्टूडेंट्स को फ्री कोचिंग दी जा रही थी। लेकिन इस बार 700 रुपए फीस ली गई। कुलपति प्रो. सच्चिदानंद शुक्ला ने बताया कि फिजिकल डिपार्टमेंट्स के स्टूडेंट्स ने सभी बच्चों ट्रेनिंग दी है। हमने अपने पुराने फ्री मॉडल में बदलाव किया, ताकि कैंप की गंभीरता बने रहे और प्रोफेशनलिज्म डेवलेपमेंट हो।
इसके अलावा सारे छह खेलों के लिए रिक्वायर्ड इक्विपमेंट्स भी यूनिवर्सिटी की ओर से बच्चों को प्रोवाइड कराए गए थे। ऐसे में इनका प्रॉपर मेंटनेंस भी जरूरी है। इन पैसों का बहुत छोटा हिस्सा ही यूनिवर्सिटी को जाएगा। बाकी स्टूडेंट और डिपार्टमेंट का होगा।
रोज दो घंटे की ट्रेनिंग दी गई
फिजिकल डिपार्टमेंट के हेड डॉ राजीव चौधरी ने बताया कि डिपार्टमेंट के स्टूडेंट्स रोज सुबह दो घंटे बच्चों को ट्रेनिंग देते थे। अलग-अलग खेलों के लिए हमने कोच के तौर पर डिपार्टमेंट के सीनियर स्टूडेंट को अप्वाइंट किया था। इसके अलावा उनके ट्रेनिंग की मॉनिटरिंग वो खुद भी करते थे।
स्टूडेंट्स के खाते में गया कमाई का 55% हिस्सा
इस कैंप के जरिए लगभग 60,200 रुपए का कलेक्शन हुआ था। इसमें से 55% यानी 33,110 रुपए ट्रेनिंग देने वाले स्टूडेंट्स को दिए गए। 30% यानी 18,060 रुपए फिजिकल डिपार्टमेंट के खाते में गए और 15% विश्वविद्यालय को दिया गया।

रायपुर में कोविड के छह नए मरीज मिले:पांच को होम क्वारैंटाइन किया गया, एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती

03-Jun-2025
रायपुर।  शोर संदेश ) राजधानी में कोविड के छह नए एक्टिव केस आइडेंटिफाई किए हैं। इसके बाद अब टोटल कोविड के केस 9 हो गए हैं। नए मरीजों की अब तक कोई ट्रैवल हिस्ट्री सामने नहीं आई। इनमें एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती है। वहीं बाकी सात को होम क्वारैंटाइन किया गया है। इसके अलावा दो मरीज रिकवर हो गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की माने तो राजधानी में सर्दी, खांसी जुकाम और बुखार वाले मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। जिसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने नई एडवाइजरी भी जारी की है। अब सभी सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल को निर्देश दिए गए हैं कि इस तरह के लक्षण वाले मरीजों के संबंध में तुरंत रिपोर्ट करे।
स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि, इन्फ्लुएंजा लाइक इलनेस (इली) और सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस (सारी) के लक्षण जिस भी मरीज में दिखें। उनके संबंध में तत्काल इंटीग्रेटेड हेल्थ इंफॉर्मेशन सेंटर में रिपोर्ट करें। वहीं, इस कंडीशन में दी जाने वाली दवाइयों से जो मरीज ठीक हो, उनकी स्क्रीनिंग की जाए। और तत्काल उनके सैंपल कोविड-19 जांच के लिए भेजा जाए।

सड़क हादसा: 100 की स्पीड में बेकाबू कार डिवाइडर से टकराई, युवक की मौत, दो घायल

03-Jun-2025
रायपुर।  शोर संदेश बिलासपुर हाईकोर्ट के पास वाहन चालक की लापरवाही से बड़ा हादसा हो गया। 100 की रफ्तार से दौड़ रही इनोवा से गुटखा थूकने के लिए ड्राइवर ने दरवाजा खोला तो गाड़ी अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराई और पलट गई। गाड़ी पलटने के दौरान पीछे बैठा युवा व्यवसायी बाहर गिरा और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। आगे बैठे उसके दोनों साथी भी गंभीर रूप से घायल हो गए। इनमें से एक को अपोलो में भर्ती कराया गया है।
बताया गया है कि चकरभाठा निवासी जैकी गेही (31) की कपड़े की दुकान थी। रविवार रात को वह पार्टी करने के लिए बार आया था। करीब 1:30 बजे उसने अपने दोस्त चकरभाठा निवासी आकाश चंदानी को फोन कर लेने के लिए बुलाया। आकाश घर के पास खड़े अपने दोस्त पंकज के साथ इनोवा लेकर जैकी को लेने पहुंचा।
आकाश गाड़ी चला रहा था, पंकज बगल में और जैकी पीछे बैठा था। एनएच पर गाड़ी की रफ्तार तब 100 से अधिक थी। हाइवे पर हाईकोर्ट से पहले गुरुनानक ढाबा के पास आकाश ने गुटखा थूकने के लिए कार का दरवाजा खोला तो गाड़ी अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई।
लगातार तीन बार पलटी खाई। ड्राइवर साइड का दरवाजा पहले से खुला था, पलटने के दौरान पीछे का दरवाजा भी अचानक खुल गया और सामने से आकाश व पीछे से जैकी बाहर जा गिरे। जैकी की मौके पर ही मौत हो गई और आकाश गंभीर रूप से घायल हो गया।
 

4 जून को विष्णु कैबिनेट की बैठक, अहम फैसलों की उम्मीद

03-Jun-2025
रायपुर। शोर संदेश मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में 4 जून को दोपहर 12 बजे मंत्रिपरिषद की बैठक आयोजित की गई है। यह बैठक रायपुर स्थित मंलालय में आयोजित होगी। कहा जा रहा है कि कैबिनेट की इस मीटिंग में महत्वपूर्ण फैसलों पर मुहर सरकार लगा सकती है। इससे पहले 14 मई को कैबिनेट की बैठक रखी गई थी। इस बैठक में महत्वपूर्ण फैसलों पर निर्णय लिया गया था।

बस्तर के बाद अब सुकमा नक्सलमुक्त! आठ-आठ लाख के दो इनामी नक्सली समेत 16 ने किया सरेंडर

03-Jun-2025
रायपुर।  शोर संदेश छत्तीसगढ़ में नक्सलियों को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है। बस्तर के नक्सल मुक्त जिला होने के बाद अब सुकमा में 16 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। नक्सल प्रभावित केरलापेंदा गांव अब नक्सलमुक्त हो गया है। सोमवार को दो हार्डकोर नक्सली समेत 16 नक्सलियों ने हथियार आत्मसमर्पण किया है। सरेंडर करने वाले नक्सलियों में एक महिला और पुरुष नक्सली पर आठ-आठ  लाख का इनाम घोषित है। इतना ही नहीं सरेंडर करने वाले छह नक्सलियों पर 25 लाख रूपये का इनाम घोषित है।
छ्त्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई चल रही है। इस बीच नक्सल संगठन पूरी तरह से घबरा गया है। इस बीच सरेंडर का भी सिलसिला चल रहा है। सोमवार को सुकमा जिले में पुलिस और सीआरपीएफ के अफसरों के सामने 16 नक्सलियों ने एक साथ सरेंडर कर दिया। इनमें से एक महिला और एक पुरुष पर आठ-आठ लाख रुपये का इनाम है। जबकि बाकी अन्य पर अलग-अलग राशि घोषित है।
नक्सलियों ने आत्मसमर्पण नीति और नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित होकर सरेंडर किया है। सरेंडर करने वाले सभी नक्सली जिले की कई घटनाओं में शामिल रहे। सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि राज्य सरकार की एलवद पंचायत योजना के तहत गांव को विकास कार्यों के लिए एक करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। यह योजना नई छत्तीसगढ़ नक्सल आत्मसमर्पण/पीड़ित राहत एवं पुनर्वास नीति-2025 के तहत शुरू की गई है। इसमें उन ग्राम पंचायतों के लिए एक करोड़ रुपए के विकास कार्यों की मंजूरी का प्रावधान है, जो अपने क्षेत्र में सक्रिय नक्सलियों के आत्मसमर्पण में मदद करते हैं और उन्हें माओवाद-मुक्त घोषित करने का प्रस्ताव पारित करते हैं।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली 
महिला नक्सली रीता उर्फ डोडी सुक्की, उम्र 36 साल,आठ लाख की इनामी नक्सली
नक्सली राहुल पुनेम, उम्र 18 साल, पीएलजीए बटालियन का सदस्य, 8 लाख रुपये का इनामी नक्सली
नक्सली लेकाम लखमा, उम्र 28 साल, 3 लाख का इनामी नक्सली
नक्सली सोड़ी चुला, उम्र 20 साल, 2 लाख का इनाम घोषित
नक्सली तेलाम कोसा, उम्र 19 साल, 2 लाख रुपये का इनामी
नक्सली डोडी हुर्रा, उम्र 29 साल, 2 लाख का इनामी नक्सली
नक्सली माड़वी माड़का, उम्र 18 साल
नक्सली रवा भीमा, उम्र 45 साल
नक्सली सोड़ी देवा, उम्र 30 साल
नक्सली सोड़ी हड़मा, उम्र 32 साल
नक्सली हेमला हिड़मा, उम्र 40 साल
नक्सली माड़वा सन्ना, उम्र 42 साल
नक्सली पदाम दारा, उम्र 31 साल
नक्सली सोड़ी भीमा, उम्र 32 साल
नक्सली पुनेम चैतु, उम्र 23 साल
नक्सली लेकाम लखमू, उम्र 30 साल






 

कुपोषण को मात देकर मुस्कुराई कृषा: आंगनबाड़ी की मेहनत लाई रंग

03-Jun-2025
रायपुर शोर संदेश )  महिला एवं बाल विकास विभाग, दुर्ग के कुपोषण मुक्ति अभियान से ग्राम गनियारी की ढाई वर्षीय कृषा ठाकुर को नया जीवन मिला है। पहले मध्यम कुपोषित रही कृषा अब सामान्य पोषण श्रेणी में आ गई है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मिथिलेश देवदास द्वारा की गई गृहभेंट में पाया गया कि कृषा बाजार के पैकेट वाले खाद्य पदार्थों का सेवन कर रही थी। परिवार को पोषणयुक्त भोजन की सलाह दी गई और डाइट चार्ट का पालन करने को कहा गया। चार माह की सतत निगरानी और बाल संदर्भ योजना के सहयोग से कृषा का वजन 9.2 से बढ़कर 10.2 किलोग्राम हो गया। इस सफलता से प्रेरित होकर एक अन्य कुपोषित बालक मितांशु की मां ने भी पोषण संबंधी उपाय अपनाए हैं। जिला अधिकारी अजय कुमार साहू ने बताया कि नियमित गृहभेंट और जागरूकता से कुपोषण से लड़ना संभव है। कृषा की कहानी अब पूरे जिले के लिए प्रेरणा बन गई है।











 

आरसेटी से मिल रहा हुनर, गांव की महिलाएं बना रहीं भविष्य की नींव

03-Jun-2025
रायपुर शोर संदेश )  हमने कभी नहीं सोचा था कि गांव की महिलाएं भी राजमिस्त्री बन सकती हैं, यह कहते हुए ग्राम तुर्काडीह की ममता यादव की आंखों में आत्मविश्वास की चमक दिखाई देती है। ममता उन 22 महिलाओं में शामिल हैं जो इन दिनों बिलासपुर के कोनी स्थित एसबीआई ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान आरसेटी में राजमिस्त्री प्रशिक्षण में भाग ले रही हैं। अब वे सिर्फ दीवारें नहीं बना रहीं, बल्कि अपने भविष्य की नींव भी मजबूत कर रही हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों के बेरोजगार युवाओं और महिलाओं को व्यावसायिक दक्षता प्रदान कर आत्मनिर्भर बनाने का कार्य यह संस्थान बखूबी कर रहा है। खासकर बीपीएल परिवारों के लिए यह एक वरदान साबित हो रहा है, जहां निःशुल्क आवास, भोजन और प्रशिक्षण की सुविधा मिल रही है। प्रशिक्षण प्राप्त महिलाएं मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार जताते हुए कहती हैं कि सरकार की योजनाओं से अब ग्रामीण महिलाएं भी आगे बढ़ रही हैं। यह बदलाव केवल कौशल तक सीमित नहीं है, बल्कि महिलाओं की सोच, आत्मनिर्भरता और सामाजिक स्थिति में भी सकारात्मक परिवर्तन ला रहा है।
ग्राम मानिकपुरी की शांता मरावी बताती हैं कि उन्होंने स्व सहायता समूह से प्रशिक्षण की जानकारी मिलने पर तुरंत भाग लिया। वे कहती हैं, यहां रहने और खाने की उत्तम व्यवस्था है और वह भी पूरी तरह निःशुल्क। इससे हम बिना चिंता के प्रशिक्षण पर ध्यान दे पा रहे हैं। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद वे अपने गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्माण कार्य में काम कर आजीविका कमाना चाहती हैं।
संस्थान के निदेशक नरेंद्र साहू ने बताया कि हर वर्ष 1000 से अधिक युवाओं और महिलाओं को यहां प्रशिक्षित किया जाता है। संस्थान का मुख्य उद्देश्य बीपीएल परिवारों को व्यावसायिक रूप से दक्ष बनाना है। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद उन्हें बैंकों से जोड़ा जाता है, ताकि वे स्वरोजगार के लिए ऋण प्राप्त कर सकें। संस्थान विभिन्न ट्रेडों जैसे- दर्जी, ब्यूटी पार्लर, मशरूम उत्पादन, पशुपालन, जैविक खेती, फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, बेकिंग, कुकिंग, बागवानी, ज्वेलरी मेकिंग और मोबाइल रिपेयरिंग में प्रशिक्षण देता है।
यह संस्थान आत्मनिर्भर भारत अभियान के उद्देश्य को साकार करता हुआ न केवल व्यक्तिगत बल्कि सामाजिक बदलाव का वाहक बन रहा है। महिलाएं, जो कभी घर की चारदीवारी तक सीमित थीं, अब निर्माण कार्य में सक्रिय भागीदारी निभा रही हैं। इससे न सिर्फ उनका आत्मविश्वास बढ़ा है, बल्कि गांवों में महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण में भी सकारात्मक परिवर्तन आया है।

ग्रामीण प्रतिभाओं के लिए करडेगा में तैयार हुआ नया खेल परिसर

03-Jun-2025
रायपुर। शोर संदेश )  छत्तीसगढ़ सरकार की खेल प्रतिभाओं को ग्रामीण अंचलों से उभारने की प्रतिबद्धता अब ज़मीनी हकीकत बनती जा रही है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मंशानुरूप जशपुर जिले के दूरस्थ ग्राम पंचायत करडेगा में 10 लाख रुपये की लागत से खेल मैदान का निर्माण हुआ है, जो न केवल युवाओं के खेल भविष्य को संवारेगा, बल्कि उन्हें स्वस्थ जीवनशैली की दिशा में प्रेरित करेगा।
खेल प्रतिभाओं की पहचान और उनका पोषण तभी संभव है जब उन्हें अभ्यास और प्रदर्शन के लिए आवश्यक संसाधन और सुविधाएं मिलें। यही सोच लेकर प्रदेश के मुखिया विष्णु देव साय खेल अधोसंरचना के विस्तार को प्राथमिकता दे रहे हैं। करडेगा का यह नया खेल मैदान उनकी दूरदर्शी सोच का उदाहरण है।
करडेगा के लोग खेलों के प्रति उत्साही हैं, लेकिन अब तक उपयुक्त स्थान की कमी के चलते युवा पीढ़ी मोबाइल गेम्स और निष्क्रिय जीवनशैली तक सीमित होती जा रही थी। परंतु अब गांव को एक अच्छा खेल परिसर मिलने से खेलों के प्रति उनका उत्साह और ऊर्जा नया आयाम पा रही है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) अंतर्गत इस खेल मैदान का निर्माण दस लाख रुपए से कराया गया है। खेल मैदान के निर्माण कार्य से कुल 1459 मानव दिवस सृजित हुए, जिससे ग्रामवासियों को स्थानीय स्तर पर रोजगार भी मिला।
अब करडेगा के बच्चे खाली समय में घर पर बैठने या मोबाइल में उलझे रहने के बजाय खेल मैदान का भरपूर उपयोग कर रहे हैं। बैंडमिंटन, वॉलीबॉल और फुटबॉल जैसे खेल नियमित रूप से यहां आयोजित हो रहे हैं। गांव का हाई स्कूल पास में होने के कारण विद्यार्थी भी अब यहां विभिन्न खेलों में हिस्सा लेने लगे है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का यह संकल्प कि खेल प्रतिभा तभी उभरेगी जब सुविधाएं होंगी। यह संकल्प अब साकार होता दिख रहा है।


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