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Sukma

शिक्षकों की कमी होगी दूर, सुकमा में 243 एकल स्कूलों में दो-दो शिक्षक होंगे तैनात

24-May-2025
सुकमा। शोर संदेश शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत प्रत्येक व्यक्ति को शिक्षा से जोड़ने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य शासन द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधार के प्रयास किये जा रहे हैं। फलस्वरूप शिक्षा की क्षेत्र में गुणवत्ता लाये जाने हेतु राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एवं शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 के अनुरूप शालाओं में शिक्षकों की उपलब्धता बच्चों की दर्ज संख्या के अनुपात में किया जाना प्रस्तावित है। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा शालाओं तथा वहां पदस्थ शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण किए जाने हेतु दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। जिले में दूरस्थ एवं वनांचल क्षेत्रों में स्थित स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता लाने शासन की युक्तियुक्तकरण मील का पत्थर साबित होगी।
प्रदेश सरकार की मंशानुरूप विभिन्न स्थानों में एक ही परिसर में अथवा निकट में दो या दो से अधिक शालाएं संचालित हैं ऐसी शालाओं का युक्तियुक्तकरण किया जाएगा। साथ ही अतिशेष शिक्षकों का शिक्षकविहीन एवं एकल शिक्षकीय शालाओं में युक्तियुक्तकरण कर पदस्थापना की जाएगी। शासन के निर्देशानुसार शालाओं एवं शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की कार्रवाई की जा रही है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री जी. आर. मंडावी ने बताया कि राज्य शासन द्वारा जारी निर्देशों के अनुरूप जिला सुकमा में भौगोलिक दृष्टिकोण से जहां आवश्यकता महसूस हो रही हो उन विद्यालयों का युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के तहत् समायोजन की कार्यवाही की जा रही है। अतिशेष शिक्षकों का शिक्षक विहीन एवं एकल शिक्षकीय शालाओं में युक्तियुक्तकरण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ऐसे स्कूल जहां एक ही परिसर में संचालित विद्यालयों का बच्चों के शैक्षणिक गुणवत्ता की दृष्टि से सुधार हो ताकि छात्रों को विद्यालय आने जाने में किसी प्रकार का कोई असुविधा उत्पन्न न हो सके। शाला समायोजित होने के फलस्वरूप अतिशेष शिक्षकों का शिक्षकविहीन तथा एकल शिक्षकीय शालाओं में काउंसिलिंग के माध्यम से समायोजन किया जाएगा, जिससे सुकमा जिले में वर्तमान में 25 शिक्षकविहीन तथा 243 एकल शिक्षकीय शालाओं में कम से कम 02-02 शिक्षकों की व्यवस्था हो जाएगी। इसी प्रकार माध्यमिक, हाईस्कूल तथा उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में भी विषयवार शिक्षकों की पूर्ति होगी। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि स्कूल शिक्षा संचालनालय छत्तीसढ़ शासन से
युक्तियुक्तकरण हेतु जारी निर्देशानुसार ग्रामीण क्षेत्र के ऐसे विद्यालय जिनकी दूरी 01 किलोमीटर से कम हैं या दर्ज संख्या 10 से कम है, का युक्तियुक्तकरण किया जाएगा। इसी तरह शहरी क्षेत्र में 500 मीटर से कम दूरी तथा दर्ज संख्या 30 से कम वाली शालाओं का युक्तियुक्तकरण किया जाएगा। इसी प्रकार अतिशेष शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण हेतु मापदण्ड निर्धारित किया गया है, जिसके अनुसार प्राथमिक शालाओं में 60 की दर्ज संख्या पर 01 प्रधानपाठक तथा 01 सहायक शिक्षक का अनुपात रहेगा। इससे अधिक संख्या में पदस्थ शिक्षक अतिशेष की श्रेणी में आएंगे। इसी तरह पूर्व माध्यमिक शालाओं में 105 की दर्ज संख्या पर 01 प्रधानपाठक और 03 शिक्षक का अनुपात होगा। शाला में कार्यभार ग्रहण दिनांक के आधार पर कनिष्ठ शिक्षक को अतिशेष की श्रेणी में माना जाएगा।









 

सुकमा में दो लाख की इनामी महिला नक्सली मिड़ियम बुधरी गिरफ्तार

19-May-2025
सुकमा। शोर संदेश  छत्तीसगढ़ के सुकमा में सीआरपीएफ और पुलिस को नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी सफलता मिली है। टीम ने दो लाख रुपए की इनामी महिला नक्सली को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। पुलिस ने बताया कि सीआरपीएफ के साथ समन्वय करके नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया जा रहा था। इसी दौरान जगरगुण्डा थाना क्षेत्र में दबिश दी गई। टीम ने दो लाख रुपए की इनामी महिला नक्सली को गिरफ्तार किया, जिसकी शिनाख्त मिड़ियम बुधरी के रूप में हुई। उस पर 13 सितंबर 2024 को एक शख्स की पुलिस मुखबिरी के आरोप में पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप है। पुलिस का कहना है कि मृतक की पहले पिटाई की गई। इसके बाद रस्सी से गला घोंट दिया गया। पुलिस गिरफ्तार नक्सली से पूछताछ कर रही है।
माना जा रहा है कि बुधरी की गिरफ्तारी के बाद नक्सली गतिविधियों को पूरी तरह खत्म करने में सफलता मिलेगी। बता दें कि केंद्र सरकार मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद को खत्म करने की योजना पर काम कर रही है। खास बात यह है कि छत्तीसगढ़ के सुकमा के अलावा बस्तर और सरगुजा में भी विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं
और लगातार सफलता भी मिल रही है। वहीं, जिला गरियाबंद के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश में नक्सल उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है। इसी दौरान थाना मैनपुर क्षेत्र के गांव गौरमुंड के जंगलों में नक्सलियों की सूचना के बाद जिला बल और सीआरपीएफ टीम की संयुक्त कार्रवाई की गई। इस दौरान पांच किलोग्राम के दो आईईडी बरामद हुए। सुरक्षा बलों ने उन्हें निष्क्रिय कर दिया है।
नक्सलियों की ओर से जंगल में लगाए गए इस आईईडी से नजदीक गांव के ग्रामीणों और पशुओं को भी नुकसान हो सकता था। सुरक्षाबलों के सर्च अभियान के दौरान जंगल में सोलर प्लेट, वायर, बर्तन जैसी अन्य नक्सल सामग्री बरामद हुईं। असिस्टेंट कमांडेंट सुधीर कुमार के नेतृत्व में जिला बल और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम गौरमुंड के जंगल में अभियान पर रवाना हुई थी।

बस्तर में उम्मीदों की सुबह: विजय शर्मा और केदार कश्यप ने चिंगावरम से दिया विकास का संदेश

18-May-2025
सुकमा। शोर संदेश )  उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा और वन मंत्री केदार कश्यप एकदिवसीय दौरे पर सुकमा जिले के चिंगावरम पहुंचे। उनके साथ बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक पी. सुंदरराज, कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव तथा महिला आयोग की सदस्य दीपिका सोरी भी उपस्थित थीं।
कार्यक्रम का शुभारंभ चिंगावरम में 17 मई 2010 को नक्सलियों द्वारा किए गए बम विस्फोट में शहीद हुए वीर जवानों और ग्रामीणों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए किया गया। शहीदों के चित्रों पर दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। इस अवसर पर बस दुर्घटना से प्रभावित परिवारों और ग्रामीणों ने भी वीर बलिदानियों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में गृहमंत्री विजय शर्मा ने सभी शोक संतृप्त परिवारों से सीधा संवाद किया, उनका हालचाल जाना और पूर्व की घटना से जुड़ी जानकारी प्राप्त की।
गृहमंत्री विजय शर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार ग्रामीणों को सभी शासकीय योजनाओं का लाभ पहुँचा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय स्वयं आदिवासी समाज से हैं और पूरे प्रदेश का नेतृत्व कर रहे हैं। 
गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने स्पष्ट किया है कि 31 मार्च 2026 तक देश से सशस्त्र माओवाद पूर्णतः समाप्त कर दिया जाएगा और अगले एक साल के भीतर प्रदेश में शांति व्यवस्था स्थापित कर दी जाएगी। उन्होंने जनता से अपील की कि यदि कोई भटके हुए लोग उनके संपर्क में हों, तो उन्हें समझाकर समाज की मुख्यधारा में लाएं।
वनमंत्री केदार कश्यप ने अपने संबोधन में कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने बस्तर के विकास और इसे नक्सलमुक्त करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि यह संकल्प प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का भी संकल्प है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार चिंगावरम के एक-एक व्यक्ति के साथ है। वर्तमान में सुरक्षा व्यवस्था बेहतर हुई है और यह क्षेत्र आने वाले एक वर्ष के भीतर नक्सलमुक्त होगा और विकास की ऊँचाइयों को प्राप्त करेगा। मैं हमारे अमर शहीदों को प्रणाम करता हूँ, जिनकी शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी।
कार्यक्रम के अंत में गृहमंत्री विजय शर्मा ने बस दुर्घटना में शहीद हुए वीर जवानों और ग्रामीणों के परिजनों को शाल और श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। साथ ही उन्होंने चिंगावरम में शहीदों की स्मृति में एक सामुदायिक भवन निर्माण की घोषणा की, जिसमें सभी बलिदानियों की तस्वीरों के साथ एक स्मारक भी स्थापित किया जाएगा। उन्होंने पंचायत में एक रंगमंच निर्माण, एक स्टॉप डेम की मरम्मत और पक्की सड़क निर्माण की भी घोषणा की।
ऑपरेशन सिंदूर की ऐतिहासिक सफलता के उपलक्ष्य में आज चिंगावरम में एक भव्य तिरंगा यात्रा रैली का आयोजन किया गया। इस गौरवपूर्ण अवसर पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा और वन मंत्री केदार कश्यप विशेष रूप से उपस्थित रहे।
रैली में चिंगावरम और आसपास के ग्रामीणों ने भारी उत्साह और देशभक्ति के जोश के साथ भाग लिया। सैकड़ों की संख्या में उपस्थित लोग तिरंगा लेकर देशभक्ति के नारों के साथ चल रहे थे। इस आयोजन ने न केवल सुरक्षा बलों के अदम्य साहस को सम्मानित किया, बल्कि यह भी दर्शाया कि अब बस्तर का आम नागरिक भी आतंक और भय के विरुद्ध खड़ा है।












 

सुकमा: आकार आवासीय संस्था में दस दिवसीय समर कैंप का सफल आयोजन, दिव्यांग बच्चों को बांटे गए सहायक उपकरण

28-Apr-2025
सुकमा। शोर संदेश ) कलेक्टर देवेश ध्रुव कलेक्टर के निर्देशन तथा जिला शिक्षा अधिकारी जी. आर. मण्डावी व जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा उमाशंकर तिवारी के मार्गदर्शन में दस दिवसीय समर कैम्प का आयोजन किया गया। कैम्प के समापन के अवसर पर पालक बैठक सम्मेलन एवं वार्षिक उत्सव कार्यक्रम का आयोजन आकार आवासीय संस्था में किया गया।
जिला प्रशासन सुकमा के तत्वाधान में आकार आवासीय संस्था, सुकमा में ग्रीष्मकालीन समर कैम्प (आर्ट एण्ड क्रॉफ्ट प्रदर्शनी) 15 अप्रैल से 23 अप्रैल तक आयोजित किया गया जिसमें समापन अवसर पर दिव्यांग बच्चों के द्वारा चित्रकला एवं शिल्पकला का प्रदर्शनी लगाया गया। उक्त कार्यक्रम विभिन्न विधाओं पर सामाजिक कौशल, गायन कला, वादन कला एवं चित्रकला व शिल्प कला को बढ़ावा देने और गर्मियों में भी सीखने की प्रक्रिया को जारी रखने के लिए उक्त शिविर का आयोजन किया गया।
पालक बैठक सम्मेलन उक्त सम्मेलन में संस्था के आवासीय बच्चों के पालकों का बैठक सम्मेलन आयोजित किया गया। उक्त सम्मेलन में दिव्यांग बच्चों के कुल 78 पालक/अभिभावक कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।  बैठक में दिव्यांग बच्चों के पालकों ने अपने बच्चे के शैक्षणिक विकास को लेकर सभी अतिथियों के सम्मुख चर्चा किया गया।
समावेशी शिक्षा अंतर्गत समग्र शिक्षा राज्य परियोजना कार्यालय से प्राप्त सहायक उपकरण एवं टीचिंग लर्निंग मटेरियल अतिथियों के करकमलो से विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को वितरित किया गया। वि. खण्ड छिन्दगढ़ छात्र नरसिंग ब्रेल किट, छात्रा सोयम कृतिका श्रवण यंत्र, छात्र कृष्ण कुमार एम.आर. किट, वि.खण्ड सुकमा छात्र हरीश बेल किट, छात्रा दिव्या वेट्टी टी.एल.एम. किट, छात्र सोड़ी मोनू ब्रेल किट, वि. कोंटा छात्रा काव्या साहू ए.डी.एल. किट
उक्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अर्कजा, विशेष अतिथि शिक्षक केंद्रीय विद्यालय अमीत जांगड़े, प्रधान पाठक पीएम स्वामी आत्मानंद हिन्दी माध्यम स्कूल अनिल मेश्राम, एपीसी समावेशी शिक्षा रजनीश सिंह विशेष रूप से उपस्थित थे।उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने में आकार आवासीय संस्था के समस्त विशेष शिक्षक एवं स्पेशल एजुकेटर रविशंकर साहू बी.आर.सी कार्यालय छिन्दगढ़ का विशेष योगदान रहा।
 

सुकमा जिले में वृद्ध नागरिकों के लिए आयुष्मान कार्ड का विशेष अभियान

28-Apr-2025
सुकमा। शोर संदेश )  कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन तथा मार्गदर्शन में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। योजनांतर्गत सभी स्वास्थ्य केंद्रों में और गांव गांव में कैंप लगाकर आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं। आपके द्वार आयुष्मान अभियान के तहत आयुष्मान मित्रों के द्वारा दूरस्थ बसाहटों में जाकर ग्रामीणों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं ताकि उन्हें शासकीय योजनाओं से लाभान्वित किया जा सके।
सुकमा जिले के आयुष्मान भारत योजना के जिला समन्वयक मीना बघेल ने बताया कि सुकमा जिले में कुल 82,324 पंजीकृत राशन कार्ड धारक हैं जिसके अनुसार कुल आयुष्मान कार्ड हितग्राहियों की संख्या 2,59,979 है जिसमें से 1,72,827 हितग्राहियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा चुका है। बचे 87,152 हितग्राहियों के आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया जारी है।
अब 70 वर्ष से अधिक उम्र के हर बुजुर्ग को हॉस्पिटल में मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी। ऐसे बुजुर्गों को आयुष्मान वय वंदना योजना का लाभ दिया जाएगा। योजना के तहत सभी मौजूदा बीमारियों का इलाज पहले दिन से कवर किया जाएगा। जिले में कुल 155 ग्रामीणों के आयुष्मान वय वंदना योजना के कार्ड बनाये गए हैं।
इस पहल के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग द्वारा घर-घर जाकर आयुष्मान भारत के कार्ड बनाए जा रहे हैं। हाल ही में इस योजना का दायरा बढ़ाते हुए 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों को इसमें शामिल किया गया है, भले ही उनकी आय कुछ भी हो।
शासन की इस जनकल्याणकारी पहल के तहत स्वास्थ्य कर्मी वरिष्ठ नागरिकों के घर जाकर उनका पंजीकरण कर रहे हैं और उन्हें आयुष्मान कार्ड बनाकर प्रदान कर रहे हैं। इससे उन्हें अस्पतालों में जाकर लंबी कतारों में लगने और जटिल कागजी प्रक्रिया से गुजरने की आवश्यकता नहीं है।
अभियान में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, एएनएम, स्वास्थ्य कर्मी और अन्य सहयोगी कर्मचारी घर-घर जाकर सेवा प्रदान कर रहे हैं। उनका प्रयास यह सुनिश्चित कर रहा है कि कोई भी पात्र वरिष्ठ नागरिक इस योजना से वंचित न रह जाए। यह पहल सुकमा जिले  में बुजुर्गों को न केवल सुलभ स्वास्थ्य सेवाओं की ओर अग्रसर कर रही है, बल्कि उन्हें गरिमापूर्ण जीवन जीने में भी सहायता कर रही है।








 

बड़ेसट्टी में 33 नक्सलियों का आत्मसमर्पण, पंचायत को मिली आज़ादी

21-Apr-2025
सुकमा।  ( शोर संदेश ) छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले की बड़ेसट्टी ग्राम पंचायत ने राज्य में एक ऐतिहासिक मिसाल कायम की है। यह पंचायत अब प्रदेश की पहली नक्सल मुक्त पंचायत बन गई है। यहाँ सक्रिय रहे 11 नक्सलियों, जिनमें 2 महिलाएं भी शामिल हैं, ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय सुकमा में आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया। इनके साथ ही अन्य 22 नक्सलियों ने भी नक्सल पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर समाज की मुख्य धारा में शामिल होने आत्मसमर्पण किया। इससे बस्तर के अन्य क्षेत्रों में भी नक्सल प्रभावित गांवों को मुख्यधारा में लाने की उम्मीद और तेज हो गई है।
यह सफलता मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के संवेदनशील, दूरदर्शी नेतृत्व और गृहमंत्री विजय शर्मा के मार्गदर्शन में चल रही नक्सल उन्मूलन रणनीति का प्रत्यक्ष परिणाम है। छत्तीसगढ़ सरकार की नई नक्सलवादी आत्मसमर्पण, पीड़ित, राहत एवं पुनर्वास नीति 2025 और  नियद नेल्ला नार योजना के प्रभाव से यह आत्मसमर्पण संभव हो सका।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों ने पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण, अति. पुलिस अधीक्षक (नक्सल आपरेशन) उमेश प्रसाद गुप्ता, एसडीओपी परमेश्वर तिलकवार एवं डीएसपी मनीष रात्रे के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
लंबे समय से संगठन में सक्रिय रहे इन नक्सलियों ने संगठन की अमानवीय सोच, शोषण, भेदभाव और हिंसा से तंग आकर समाज की मुख्यधारा में लौटने का फैसला लिया। उन्होंने बताया कि बाहरी नक्सली नेतृत्व द्वारा स्थानीय आदिवासियों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया जाता था।
राज्य सरकार द्वारा  बड़ेसट्टी को नक्सल मुक्त पंचायत घोषित करने के बाद एक करोड़ दिए जाएंगे , जिसका उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल और सामुदायिक भवन जैसे निर्माण कार्यों में किया जाएगा।
कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने बताया कि सभी आत्मसमर्पितों को 50,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि, कपड़े व अन्य जरूरी सामान प्रदान किया गया है। प्रशासन की ओर से उन्हें रोजगार, शिक्षा और सामाजिक पुनःस्थापन में हरसंभव मदद दी जाएगी।













 

नक्सलियों का आत्मसमर्पण जारी, सुकमा में 22 नक्सलियों ने छोड़ा हिंसा का रास्ता

18-Apr-2025
सुकमा शोर संदेश )  केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की बस्तर को नक्सल मुक्त बनाने के अभियान को गुरुवार को बड़ी सफलता मिली है। साथ ही राज्य सरकार की पुनर्वास नीति का भी बड़ा असर दिखा है। सुकमा जिले में कुल 22 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। जिनमें एक नक्सल दम्पति भी शामिल है।
सभी नक्सली माड़ डिवीजन एवं नुआपाडा डिवीजन के सदस्य हैं। शासन के नक्सल मुक्त ग्राम पंचायत के अभियान के तहत 22 नक्सलियों को सरेंडर कराने में बड़ी सफलता मिली है। आत्मसमर्पण करने वालों में 9 महिलाएं और 13 पुरुष शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति एवं नियद नेल्लानार योजना से प्रभावित होकर नक्सली लगातार आत्मसमर्पण कर रहे हैं। साथ ही अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापना से बढ़ते पुलिस के प्रभाव से भी नक्सली घबराये हुए हैं।
सरेंडर करने वाले नक्सलियों पर 1 पुरुष,1 महिला नक्सली पर 08- 08 लाख,1 पुरुष,1 महिला नक्सली पर 5-5 लाख, 2 पुरुष, 5 महिला 2-2 लाख,1 पुरुष नक्सली पर 50 हजार, कुल 40 लाख 50 हजार रूपये के ईनाम घोषित है।
सुकमा पुनर्वास नीति एवं नक्सल मुक्त पंचायत से प्रभावित होकर 22 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। सभी नक्सलियों पर कुल 40 लाख रुपये का इनाम था।
 

सुकमा जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में सुविधा शिविर का आयोजन, ग्रामीणों को मिल रही शासकीय सुविधाएं

07-Apr-2025
सुकमा। ( शोर संदेश ) कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन तथा ज़िला सीईओ नम्रता जैन के मार्गदर्शन में जिले के माओवाद प्रभावित अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार शिविर का आयोजन किया जा रहा है। ग्रामीणों को शासकीय योजनाओं से जोड़ा जा रहा है। उनके आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं ताकि शासन की योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ लोगों को मिल सके। शिविर के नोडल अधिकारी नायब तहसीलदार योपेंद्र पात्रे ने बताया कि 04 अप्रैल को पुवर्ती में शिविर लगाकर 120 वोटर आईडी, 60 जन्म प्रमाण पत्र, 13 आधार पंजीयन और 22 पैन कार्ड बनाए गए। इसके साथ ही 03 ग्रामीणों के बैंक अकाउंट भी खोले गए।
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय के नेतृत्व में शासन-प्रशासन की सुविधाएं गांव गांव घर घर तक पहुँचने लगी हैं। पुवर्ती में सोलर के ज़रिए बिजली और पानी की सुविधा पहुंचाई गई है और प्रशासन के द्वारा कुछ घरों में टीवी भी प्रदान की गई है। फरवरी 2025 में पहली बार पुवर्ती गांव में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव निर्विघ्न और निर्विवाद रूप से संपन्न हुआ। कुछ समय पहले तक जहां लोगों में दहशत का माहौल था वहाँ अब जिला प्रशासन गांव पहुंचकर ग्रामवासियों के लिए हर संभव मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है।
पुवर्ती एक ऐसा घोर नक्सल प्रभावित गांव है जहाँ कुख्यात नक्सल कमांडर हिड़मा का घर है। ग्रामीण बताते हैं कि पुवर्ती में उसका बचपन बीता है। यहीं से वह नक्सल कैडर में शामिल हुआ और बड़े बड़े नक्सली गतिविधियों को अंजाम दिया।
कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने बताया कि कोंटा विकासखंड के दूरस्थ अंदरूनी क्षेत्रों में हम लगातार सुविधा शिविर का आयोजन कर रहे हैं। प्रतिदिन ग्रामीणों के नए आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, पैन कार्ड, वोटर आईडी, आयुष्मान कार्ड और राशन कार्ड बनाये जा रहे हैं। शिविर के माध्यम से लोगों के राजस्व संबंधी समस्याओं का समाधान भी किया जा रहा है। यह शिविर लगातार जारी रहेगा।

सुकमा पुलिस की बड़ी कामयाबी: 4 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

05-Apr-2025
सुकमा। ( शोर संदेश ) अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते दबाव के फलस्वरूप नक्सली संगठन में सक्रिय 1 महिला सहित 4 नक्सलियों संतोष उर्फ सन्ना बारसे पिता स्व. देवा (पूर्व पीएलजीए बटालियन नम्बर 1, कम्पनी नं. 1, सेक्सन सी पार्टी सदस्य, ईनामी 8 लाख रूपये) उम्र लगभग 28 वर्ष निवासी पूवर्ती ओईपारा थाना जगरगुण्डा जिला सुकमा, अरूण उर्फ माड़वी हुर्रा पिता देवा (पश्चिम बस्तर डिवीजन कम्पनी नम्बर 2 प्लाटून नम्बर 1 का पार्टी सदस्य, ईनामी 8 लाख रूपये) उम्र लगभग 20 वर्ष निवासी कयैरदुलेड़ थाना चिंतागुफा जिला सुकमा, सोड़ी मुक्का पिता भीमा (तुमालपाड़ आरपीसी मिलिषिया कमाण्डर, ईनामी 2 लाख) उम्र लगभग 26 वर्ष निवासी एंटापाड़ा थाना चिंतागुफा जिला सुकमा एवं माड़वी रोशनी पिता कोसा पति उरूण उर्फ माड़वी हुर्रा (पामेड़ एरिया कृषि कमेटी पार्टी सदस्या इनामी 2 लाख) निवासी कैयरदुलेड़ थाना चिंतागुफा जिला सुकमा (छ.ग.) ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय सुकमा में किरण चव्हाण, पुलिस अधीक्षक जिला सुकमा , दीपक कुमार साहु कमांडेंट 131वाहिनी सीआरपीएफ, सुरेश सिंह पायल, द्वितीय कमान अधिकारी, डीआईजी ऑफिस सुकमा, अभिषेक वर्मा , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुकमा, मनीष रात्रे उप पुलिस अधीक्षक नक्सल अभियान सुकमा एवं निरी. करुणाकर बेहेरा, 2 वाहिनी सीआरपीएफ के समक्ष शुक्रवार को आत्मसमर्पण कर दिया है।
नक्सली संतोष उर्फ सन्ना बारसे पिता स्व. देवा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 131 वाहिनी सीआरपीएफ, नक्सली अरूण उर्फ माड़वी हुर्रा पिता देवा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में थाना चिंतागुफा पुलिस बल, नक्सली सोड़ी मुक्का पिता भीमा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में नक्सल सेल आसूचना शाखा एवं महिला माड़वी रोशनी पिता कोसा पति उरूण उर्फ माड़वी हुर्रा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 2 वाहिनी सीआरपीएफ के आसूचना शाखा के कार्मिकों का योगदान रहा। उपरोक्त सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को शासन के नये पुनर्वास नीति छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति -2025 के तहत् 50-50 हजार रूपये के मान से प्रत्येक को प्रोत्साहन राशि व कपड़े प्रदान किया गया एवं अन्य सुविधायें प्रदान करायें जायेंगे।

सुकमा के नक्सलगढ़ रायगुड़म पहुँचे डिप्टी सीएम विजय शर्मा, आज़ादी के बाद पहली बार किसी गृहमंत्री ने किया दौरा

03-Apr-2025
सुकमा:।  ( शोर संदेश ) आज़ादी के बाद पहली बार छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले सुकमा के रायगुड़म गाँव में किसी गृहमंत्री या वरिष्ठ नेता ने कदम रखा है। राज्य के डिप्टी सीएम विजय शर्मा बाइक पर सवार होकर ग्रामीणों के बीच पहुँचे और उनसे संवाद किया।
डिप्टी सीएम ने जगरगुंडा के रायगुड़म क्षेत्र में तैनात सुरक्षा बलों से भी मुलाक़ात की और नक्सल प्रभावित इलाके में शांति बहाली के प्रयासों की समीक्षा की। यह इलाका लंबे समय से नक्सलियों के प्रभाव में रहा है। अब यहाँ सरकारी प्रशासन की पहुंच हुई है।
डिप्टी सीएम ने ग्रामीणों से उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली और सरकार की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
 


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