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Surguja

काम दिलाने के बहाने किशोरी को दिल्ली में बेचा, फोन पर रोते हुए परिजन को बताई व्यथा

02-Jun-2025
अंबिकापुर। शोर संदेश ) काम दिलाने के बहाने 16 वर्षीय किशोरी को दिल्ली में ले जाकर बेचने का मामला सामने आया है। एक महिला ने बिचौलिए के माध्यम से उसे ले जाकर बेच दिया है। पीड़िता पिछले डेढ़ वर्ष से देहरादून में फंसी हुई है। किशोरी ने अपने परिजन से फोन पर संपर्क किया और रोते हुए बताया कि देहरादून में है और परेशानी में है।
किशोरी ने परिजन से लेने आने की गुहार लगाई। परिजन ने शनिवार को मामले की शिकायत सीतापुर थाने में की है। पुलिस अधिकारियों ने जल्द किशोरी को मुक्त कराने का आश्वासन दिया है।
जानकारी के अनुसार सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम पेटला निवासी एक नाबालिग लड़की को करीब डेढ़ वर्ष पूर्व गांव के ही एक महिला अपने साथ दिल्ली ले गई थी। किशोरी कक्षा दसवीं में पढ़ाई कर रही थी। महिला उसे काम दिलाने के बहाने ले गई थी। करीब डेढ़ साल बाद छात्रा को साथ ले जाने वाली महिला वापस लौटी, लेकिन किशोरी उसके साथ नहीं आई।
 

तेंदूपत्ता की कीमत में 1500 रुपये की बढ़ोतरी, संग्राहकों को अब मिल रहे 5500 रुपये प्रति बोरा

26-May-2025
अम्बिकापुर शोर संदेश )  छत्तीसगढ़ के सरगुजा अंचल में ‘तेंदू पान’ के नाम से विख्यात तेंदूपत्ता का संग्रहण ग्रामीण क्षेत्र में कृषि के बाद लघु वनोपज संग्रहण ग्रामीणों के लिए अतिरिक्त आय का एक पूरक स्रोत है। राज्य के लाखों ग्रामीण प्रतिवर्ष तेंदूपत्ता संग्रहण में करते हैं, जिससे उन्हें खेती के अलावा अतिरिक्त आमदनी का जरिया मिलता है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा तेंदूपत्ता दर में की गई 1500 रुपये प्रति बोरा वृद्धि ने संग्राहकों को आर्थिक मजबूती दी है। पहले जहां प्रति मानक बोरा की दर 4000 रुपए मिलता था, अब इसे बढ़ाकर 5500 रुपए कर दिया गया है। इस 1500 रुपए की वृद्धि से संग्राहकों में भारी उत्साह देखा जा रहा है। इससे वन क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासी और ग्रामीण परिवारों को खेती के अतिरिक्त आमदनी का सशक्त स्रोत मिला है।
तेंदूपत्ता संकलन में सरगुजा जिला आगे, अब तक 97.28% लक्ष्य प्राप्त
जिले में तेंदूपत्ता संग्रगण का कार्य तीव्र गति से जारी है। मिली रिपोर्ट के अनुसार, जिले में कुल 36,200 मानक बोरा के लक्ष्य में से अब तक 35,217.129 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संकलन किया जा चुका है, जो कि कुल लक्ष्य का 97.28% है।
दरिमा क्षेत्र के बरगवां समिति में तेंदूपत्ता बेचने आईं फूलेश्वरी ने बताया कि वे 2019 से तेंदूपत्ता संग्रहण कर रही हैं। उनका पूरा परिवार इस कार्य में सहभागी है। खेती-किसानी के साथ-साथ तेंदूपत्ता संग्रहण से उन्हें अच्छी आमदनी हो जाती है। फूलेश्वरी कहती हैं कि पहले की तुलना में अब काफी बेहतर मूल्य मिल रहा है, जिससे बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और अन्य जरूरतों में आर्थिक सहायता मिल जाती है।
तेंदूपत्ता संग्राहकों की मेहनत और सरकार की ओर से मिलने वाली प्रोत्साहन राशि न केवल ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बना रही है, बल्कि राज्य की वानिकी अर्थव्यवस्था को भी गति दे रही है। तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य हर साल गर्मी के मौसम में होता है और इस दौरान हजारों ग्रामीण, विशेषकर महिलाएं, जंगलों से तेंदू पत्तों का संग्रहण कर समितियों को बेचती हैं।
राज्य सरकार द्वारा तय की गई 5500 रुपए की नई दर ने न केवल तेंदूपत्ता संग्राहकों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाया है, बल्कि उनके मनोबल को भी बढ़ाया है। तेंदूपत्ता जैसी लघु वनोपज को उचित मूल्य मिलने से वन क्षेत्र से जुड़े लोग आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं।

अम्बिकापुर में वर्षों पुरानी ज़मीन विवाद सुलझा, कृषकों को मिला न्याय

26-May-2025
अम्बिकापुर ।  शोर संदेश ) जनसमस्याओं के त्वरित समाधान के लिए शासन द्वारा संचालित “सुशासन तिहार” आमजन के लिए खुशियों का पिटारा लेकर आया है। इसी तिहार अंतर्गत आयोजित समाधान शिविर में कृषक लालू राम एवं कुसट साय को वर्षों से लंबित भूमि रिकॉर्ड से संबंधित समस्या का समाधान मिला है।
 ग्राम पंचायत केसर के रहने वाले कृषक कुसट साय और ग्राम पंचायत आमगांव के रहने वाले कृषक लालू राम का नाम पुश्तैनी जमीन के बी-वन किश्तीबंदी खतौनी (आसामीवार) में दर्ज नहीं था, जिससे उन्हें भूमि स्वामित्व, कृषि ऋण, तथा सरकारी योजनाओं के लाभ लेने में बड़ी कठिनाई हो रही थी। उनकी मेहनत का उचित मूल्य नहीं मिल रहा था, वर्षों की इस समस्या को उन्होंने “सुशासन तिहार” में आवेदन के माध्यम से प्रस्तुत किया। जिस पर राजस्व विभाग ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए मौके पर आवश्यक दस्तावेजों की जांच कर बी-वन (आसामीवार) पुस्तिका में उनका नाम दर्ज कर दिया। अब उन्हें कृषि कार्य में शासन की योजनाओं का लाभ मिलेगा।
 इस समाधान से संतुष्ट होकर लालू राम और कुसट साय ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अभिनव पहल की सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया उन्होंने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि, वर्षों पुरानी समस्या अब समाप्त हो गई है। अब हमे हमारी जमीन पर विधिवत अधिकार मिल गया है। इस सुशासन तिहार ने ग्रामीणों को न सिर्फ न्याय दिलाया है, बल्कि शासन-प्रशासन के प्रति भरोसा भी बढ़ाया है।

सुशासन तिहार 2025 : तीसरे चरण के समाधान शिविर 6 मई से कलेक्टर ने तैयारियां करने अधिकारियों को दिए निर्देश

06-May-2025
अम्बिकापुर।  शोर संदेश ) कलेक्टर विलास भोसकर की अध्यक्षता में सोमवार को जिला कलेक्टरेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय सीमा की बैठक हुई। उन्होंने सुशासन तिहार के अंतर्गत प्राप्त आवेदनों के निराकरण की स्थिति की गहन समीक्षा की। उन्होंने विभागवार प्राप्त शिकायतों एवं मांगो की समीक्षा के दौरान सभी विभाग प्रमुखों को कड़े निर्देश देते हुए  कहा कि आप सभी स्वयं पोर्टल में आवेदनों  के निराकरण की स्थिति की जांच करें। अधिकारी पूर्ण संवेदनशीलता और गंभीरता से कार्य करें, ताकि आमजनों को वास्तविक लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि लंबित आवेदनों का एक सप्ताह के भीतर शत-प्रतिशत गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्ध निराकरण अनिवार्य रूप से किया जाए।
कलेक्टर भोसकर ने कहा कि सुशासन तिहार के तीसरे चरण के अंतर्गत 5 से 31 मई तक समाधान शिविर लगाए जाएंगे। जिले 06 मई से आयोजित होने वाले शिविरों में सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित कर लें।  उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे कल से शुरू हो रहे समाधान शिविर में समय पर उपस्थित रहें और शिविर की जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने हेतु प्रचार-प्रसार की व्यवस्था सुनिश्चित करें। इसके साथ ही उन्होंने शिविर के सफल आयोजन हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान कलेक्टर श्री भोसकर ने मुख्यमंत्री जनदर्शन के लंबित प्रकरणों की भी समीक्षा की तथा दस दिवस के भीतर सभी प्रकरणों का निराकरण किए जाने विभागों को निर्देशित किया। बैठक में विभागीय कार्यों की भी समीक्षा की गई तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ विनय कुमार अग्रवाल, अपर कलेक्टर सुनील नायक, अमृत लाल ध्रुव, रामसिंह ठाकुर सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

शिकायतों का समयबद्ध निराकरण सुनिश्चित करें: सुशासन तिहार में जनहित सर्वोपरि

05-May-2025
अम्बिकापुर। शोर संदेश  कलेक्टर विलास भोसकर की अध्यक्षता में सोमवार को जिला कलेक्टरेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय सीमा की बैठक हुई। उन्होंने सुशासन तिहार के अंतर्गत प्राप्त आवेदनों के निराकरण की स्थिति की गहन समीक्षा की। उन्होंने विभागवार प्राप्त शिकायतों एवं मांगो की समीक्षा के दौरान सभी विभाग प्रमुखों को कड़े निर्देश देते हुए  कहा कि आप सभी स्वयं पोर्टल में आवेदनों  के निराकरण की स्थिति की जांच करें। अधिकारी पूर्ण संवेदनशीलता और गंभीरता से कार्य करें, ताकि आमजनों को वास्तविक लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि लंबित आवेदनों का एक सप्ताह के भीतर शत-प्रतिशत गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्ध निराकरण अनिवार्य रूप से किया जाए।
कलेक्टर भोसकर ने कहा कि सुशासन तिहार के तीसरे चरण के अंतर्गत 5 से 31 मई तक समाधान शिविर लगाए जाएंगे। जिले 06 मई से आयोजित होने वाले शिविरों में सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित कर लें।  उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे कल से शुरू हो रहे समाधान शिविर में समय पर उपस्थित रहें और शिविर की जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने हेतु प्रचार-प्रसार की व्यवस्था सुनिश्चित करें। इसके साथ ही उन्होंने शिविर के सफल आयोजन हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान कलेक्टर भोसकर ने मुख्यमंत्री जनदर्शन के लंबित प्रकरणों की भी समीक्षा की तथा दस दिवस के भीतर सभी प्रकरणों का निराकरण किए जाने विभागों को निर्देशित किया। बैठक में विभागीय कार्यों की भी समीक्षा की गई तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ विनय कुमार अग्रवाल, अपर कलेक्टर सुनील नायक, अमृत लाल ध्रुव, रामसिंह ठाकुर सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।


















 

कलेक्टर विलास भोसकर ने छात्रों को दी प्रेरणा, नीट परीक्षा के लिए किए आवश्यक निर्देश

29-Apr-2025
अंबिकापुर। शोर संदेश कलेक्टर विलास भोसकर ने नीट कोचिंग संस्थान का निरीक्षण किया, इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों से संवाद कर उन्हें उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रेरित किया। उन्होंने छात्रों को कठिन परिश्रम, अनुशासन और समय प्रबंधन के महत्व पर बल देते हुए कहा कि आत्मविश्वास और समर्पण से ही सफलता प्राप्त की जा सकती है। छात्रों में कलेक्टर की बातों से उत्साह का माहौल देखने को मिला।
इस अवसर पर कोचिंग संस्था के प्रबंधन ने कलेक्टर को शिक्षण पद्धति और संसाधनों की जानकारी दी।
इसी क्रम में कलेक्टर भोसकर ने आगामी 4 मई को नीट परीक्षा के सफल संचालन हेतु परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने परीक्षा को पारदर्शी और निष्पक्ष ढंग से संपन्न कराने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
कलेक्टर ने बताया कि जिले में कुल 11 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां कुल 4426 परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित होंगे। परीक्षार्थियों की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए उन्होंने मल्टी पर्पज स्कूल, कन्या स्कूल और नगर निगम पालिका स्कूल का निरीक्षण कर बिजली,पेयजल, टेबल कुर्सी, शौचालय, छांव के लिए टेंट जैसी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने नीट परीक्षा में वीक्षक की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने को निर्देशित किया। ताकि नीट परीक्षा दे रहे किसी भी अभ्यर्थी को परीक्षा केंद्रों में असुविधा न हो, उन्होंने सभी अधिकारी-कर्मचारी समन्वय स्थापित करते हुए यह सुनिश्चित करने को कहा।इस दौरान जिलाधिकारी ए. के. सिन्हा, एपीओ शिवशंकर पांडेय सहित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

समस्याओं का त्वरित समाधान बना सुशासन तिहार का परिचायक

27-Apr-2025
अम्बिकापुर।  शोर संदेश )  राज्य शासन द्वारा आयोजित सुशासन तिहार 2025 के अंतर्गत प्राप्त आवेदनों का निराकरण होने से आम नागरिकों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल से सुशासन तिहार 2025 आमजन के लिए एक सशक्त मंच बना जहां उनकी समस्याओं का समयबद्ध समाधान सुनिश्चित किया जा रहा है। उदयपुर विकासखंड के ग्राम पुटा की महिला आवेदकों ने स्वयं के शौचालय निर्माण हेतु आवेदन प्रस्तुत किया था। जिस पर उदयपुर जनपद पंचायत सीईओ शद्वारा स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अंतर्गत शौचालय निर्माण की स्वीकृति पत्र प्रदान की।
इस पर महिलाओं ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का हृदय से आभार जताया। इसी तरह ग्राम पंचायत तारागी की निवासी बुधियारो बाई ने सुशासन तिहार के दौरान आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आवेदन दिया था। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तत्परता दिखाते हुए उनके घर पहुंचकर दस्तावेज एकत्र किए और निर्धारित समय सीमा में उनका आयुष्मान कार्ड तैयार कर सौंपा। अपनी समस्या के समाधान पर बुधियारो बाई ने सुशासन तिहार का के लिए आभार व्यक्त किया।
जिले में विभिन्न योजनाओं एवं सेवाओं के अंतर्गत कुल 1,58,307 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें से अब तक 44,177 आवेदनों का निराकरण किया जा चुका है, लंबित 1,14,130 आवेदन का निराकरण जारी हैं। सुशासन तिहार अंतर्गत प्रशासन द्वारा लंबित आवेदनों का शीघ्र समाधान करने हेतु विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।
साथ ही विभागवार समीक्षा कर लंबित मामलों का त्वरित निराकरण प्राथमिकता से किया जाएगा। जिला प्रशासन ने आम जनता से अपील की गई है कि वे अपने आवेदन की स्थिति की नियमित जानकारी लेते रहें और आवश्यक दस्तावेज समय पर प्रस्तुत करें।

 

जनहित में कार्य करें अधिकारी : अम्बिकापुर में समीक्षा बैठक में राज्यपाल की स्पष्ट हिदायत

26-Apr-2025
अम्बिकापुर। शोर संदेश छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका शुक्रवार को सरगुजा जिले के एकदिवसीय प्रवास पर रहे।  उन्होंने जिला पंचायत सभाकक्ष अम्बिकापुर में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक ली। 
इस दौरान विभागीय योजनाओं के सम्बन्ध में चर्चा करते हुए गहन समीक्षा की गई। जल-संचयन, पौधारोपण एवं पर्यावरण संवर्धन, जैविक कृषि प्रोत्साहन, स्वच्छ भारत मिशन, टी.बी. का उन्मूलन, बाल लिंगानुपात, शिक्षा,  राष्ट्रीय एवं सांस्कृतिक धरोहरों का सरंक्षण,  स्वयं सहायता समूहों में महिलाओं की भागीदारी, नशामुक्ति, जनजातीय एवं वनवासी क्षेत्रों में शिक्षा एवं चिकित्सा सुविधाओं, इंडियन रेडक्रास सोसायटी जिला शाखा की गतिविधिययों जैसे विविध विषयों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।
बैठक के प्रारंभ में अपर कलेक्टर सुनील नायक ने जिले की संक्षिप्त जानकारी के साथ जिले में क्रियान्वित योजनाओं और उपलब्धियों के संबंध में राज्यपाल डेका को अवगत कराया।राज्यपाल डेका ने कहा कि शासन की सभी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए और सभी पात्र हितग्राहियों को योजनाओं का पूरा लाभ मिले। संवेदनशीलता के साथ आमजनों के हित के लिए कार्य करें, सभी प्रशासनिक अधिकारी गम्भीरतापूर्वक ढंग से अपने कार्यों का निर्वहन करें। राज्यपाल रमेन डेका ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जनसहभागिता से ही जिले के समग्र विकास का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।
बैठक में कलेक्टर विलास भोसकर, पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार अग्रवाल, संभागीय नगर सेनानी राजेश पाण्डेय, डीएफओ तेजस शेखर, जिलापंचायत सीईओ विनय कुमार अग्रवाल,  विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
बैठक में राज्यपाल रमेन डेका ने जिले में जल संचयन एवं संरक्षण पर किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि लोगों को जल सरंक्षण के लिए जागरूक करें। रेन वॉटर हार्वेस्टिंग पर विशेष फोकस हो, ताकि भूजलस्तर में वृद्धि हो। पहाड़ी क्षेत्रों में वर्षा जल के बचाव के लिए कार्ययोजना बनाएं। जल संचयन व भू-जल स्तर में वृद्धि हेतु अधिक से अधिक पौधरोपण करें। पर्यावरण संरक्षण हेतु “एक पेड़ मां के नाम“ अभियान के तहत पौधारोपण अवश्य करें और लोगों को भी जागरूक करें।  उन्होंने कहा कि लगाए गए पौधों की नियमित निगरानी और सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी नियमित रूप से वनक्षेत्र का भ्रमण कर पेड़ों की कटाई को रोकने का प्रयास करें।
राज्यपाल डेका ने जिले में टी.बी. उन्मूलन के तहत किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने जांच, पॉजिटिव मरीजों की संख्या, निक्षय निरामय जांच एवं उपचार अभियान के क्रियान्वयन की जानकारी ली तथा लाभार्थियों तथा निक्षय मित्रों के पंजीयन की समीक्षा की। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि ग्रामीण और जनजातीय क्षेत्रों में विशेष स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर अधिक से अधिक लोगों तक सेवाएं पहुंचाई जाएं। आदिवासी बहुल क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच पर विशेष फोकस हो।उन्होंने रेडक्रॉस सोसायटी के गठन के सम्बंध में जानकारी लेते हुए नियमित समीक्षा करने के निर्देश दिए।
राज्यपाल डेका ने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत निर्माणाधीन और पूर्ण आवासों की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने निर्देशित किया कि निर्माण कार्य समय पर गुणवत्ता के साथ पूर्ण हों।
शिक्षा पर विशेष ध्यान देते हुए उन्होंने श्रमरत और अनाथ बच्चों की शिक्षा, बाल लिंगानुपात में सुधार, छात्राओं के स्कूल छोड़ने की दर में कमी लाने और समुचित पुस्तकालयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात कही। उन्होंने सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों जैसे कैंप, शिविर के आयोजन के माध्यम से बच्चों के नैतिक और सामाजिक मूल्यों के विकास पर बल दिया।
राज्यपाल ने एनसीसी और एनएसएस जैसी संस्थाओं के प्रति युवाओं में रुचि बढ़ाने की अपील की, जिससे उनमें राष्ट्रीयता और अनुशासन का भाव उत्पन्न हो। उन्होंने महिलाओं की आजीविका बढ़ाने के लिए उनके कौशल का बेहतर उपयोग करने, स्वयं सहायता समूहों की भागीदारी बढ़ाने और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में स्व सहायता समूहों द्वारा की जा रही आजीविका गतिविधियों तथा स्वरोजगार  हेतु किए जा रहे कार्यों की सराहना की।
 

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने किया एमआरआई सेंटर का शुभारंभ

25-Apr-2025
अम्बिकापुर। सरगुजा संभाग के लाखों लोगों के लिए एक बड़ी स्वास्थ्य सुविधा की शुरुआत करते हुए राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बुधवार को मेडिकल कॉलेज अस्पताल अम्बिकापुर में बहुप्रतीक्षित एमआरआई (मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग) सेवा का विधिवत पूजा-अर्चना कर शुभारंभ किया। 
इस दौरान सांसद चिंतामणि महराज ,विधायक अंबिकापुर राजेश अग्रवाल,विधायक लुण्ड्रा प्रबोध मिंज, विधायक सीतापुर रामकुमार टोप्पो, गृह निर्माण मंडल अध्यक्ष अनुराग सिंह देव, निगम महापौर मंजूषा भगत स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमित कटारिया, कलेक्टर विलास भोसकर, मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. अविनाश मेशराम, संभागीय स्वास्थ्य संचालक डॉ. अनिल शुक्ला, सीएमएचओ डॉ. पी.एस. मार्को एवं अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में सतत सुधार और विस्तार की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि एमआरआई सुविधा शुरू होने से सरगुजा, बलरामपुर, जशपुर, कोरिया जैसे जिलों के मरीजों को अत्याधुनिक जांच की सुविधा अब अंबिकापुर में ही मिल सकेगी। इससे रायपुर और बिलासपुर जैसे बड़े शहरों पर निर्भरता अब कम होगी और समय व धन दोनों की बचत होगी। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर में एमआरआई जांच की दरें राज्य के अन्य सरकारी मेडिकल कॉलेजों के अनुरूप ही रखी गई हैं। प्लेन एमआरआई की दर 3500 रुपये तथा कांट्रास्ट एमआरआई की दर 5000 रुपये निर्धारित की गई है। निजी सेंटरों में यह दरें दो से तीन गुना अधिक होती हैं, जिससे मरीजों पर भारी आर्थिक बोझ उठाना पड़ता है। अब ये सुविधा आपके शहर अम्बिकापुर में मिलेगी। उन्होंने बताया कि अस्पताल में स्थापित की गई एमआरआई मशीन 1.5 टेस्ला क्षमता की है, जिसे विश्वप्रसिद्ध जीई विप्रो कंपनी द्वारा स्थापित किया गया है। इस मशीन की स्थापना पर कुल 14 करोड़ रुपये की लागत आई है, जिसमें से 7 करोड़ रुपये का योगदान एसईसीएल ने सीएसआर फंड के माध्यम से किया है।
स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने बताया कि विगत वर्षों से एमआरआई सेवा की मांग की जा रही थी, लेकिन बजट और निविदा प्रक्रिया में विलंब के कारण यह कार्य लंबित था। राज्य शासन के प्रयासों से आज यह सेवा सरगुजा वासियों के लिए उपलब्ध हो पाई है, जो निश्चित रूप से एक बड़ी उपलब्धि है।
स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल के विभिन्न वार्डों का निरीक्षण किया और अस्पताल में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने चिकित्सकों की उपस्थिति, दवाओं की उपलब्धता तथा उपकरणों की स्थिति की भी जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मरीजों व उनके परिजनों से सीधे संवाद कर अस्पताल में मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं का फीडबैक लिया। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य प्रदेश की जनता को सुलभ, सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। इस दिशा में और भी कई योजनाएं जल्द ही आरंभ किए जाएंगे।
 

मेडिकल कॉलेज में पारदर्शिता के लिए सिंगल विंडो सिस्टम शुरू करेगी सरकार : मंत्री जायसवाल

25-Apr-2025
अम्बिकापुर। ( शोर संदेश ) राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय अंबिकापुर एवं संबद्ध चिकित्सालय की स्वशासी समिति की महत्वपूर्ण बैठक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने महाविद्यालय में उपलब्ध चिकित्सकीय व शैक्षणिक सुविधाओं की समीक्षा करते हुए कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। 
बैठक में विधायक अंबिकापुर राजेश अग्रवाल,विधायक लुण्ड्रा प्रबोध मिंज, विधायक सीतापुर रामकुमार टोप्पो, गृह निर्माण मंडल अध्यक्ष अनुराग सिंह देव, निगम महापौर मंजूषा भगत, स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमित कटारिया, कलेक्टर विलास भोसकर, संचालक  स्वास्थ्य शिक्षा विभाग, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं,मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. अविनाश मेशराम, संभागीय स्वास्थ्य संचालक डॉ. अनिल शुक्ला, सीएमएचओ डॉ. पी.एस. मार्को एवं अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज भवन को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश लोक निर्माण विभाग को देते हुए कहा कि निर्माण कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी। उन्होंने रेडियोलॉजिस्ट, कार्डियोलॉजिस्ट एवं अन्य विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति कर स्वास्थ्य सेवाओं को विस्तार देने पर बल दिया। बैठक में यह भी तय किया गया कि मेडिकल कॉलेज में सीसीटीवी, स्मार्ट क्लासरूम, कॉन्फ्रेंस सिस्टम और अन्य आधुनिक सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।इस अवसर पर चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में सुविधाओं की स्थापना और सुधार पर विचार किया गया जिसमें सीसीटीवी कैमरा और सुरक्षा व्यवस्था,लेक्चर हॉल में इंटरएक्टिव पैनल,एग्जाम हॉल में एयर कंडीशनर,छात्रावास में वाटर कूलर, वॉटर प्यूरीफायर और अग्निशमन यंत्र,काउंसिल हॉल में ऑडियो-वीडियो कॉन्फ्रेंस सिस्टम,ई-ऑफिस हेतु कंप्यूटर, इंटरनेट, लॉन्ड्री मशीन,जनरेटर सेट, ई-टोकन सिस्टम,सीटी स्कैन, एमआरआई मशीन और इलेक्ट्रिक व्हीकल,बोरवेल खनन एवं पेयजल, शौचालय व प्रकाश व्यवस्था,विद्यार्थियों के लिए स्मार्ट क्लासरूम और इंडोर स्पोर्ट्स कोर्ट,मरीजों की सुविधा हेतु हाई मास्क लाइट, एप्रोच रोड व सुरक्षा गार्ड की तैनाती जैसे विषयों को  लेकर स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने प्रबंधन संबंधी कार्यों में विलंब ना हो यह सुनिश्चित करने को कहा और मेडिकल कॉलेज में स्टाफ की शीघ्र नियुक्ति के निर्देश भी दिए। स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वस्त किया कि छत्तीसगढ़ राज्य सरकार चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता देते हुए जनता को सुलभ, पारदर्शी और आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। बैठक में स्वशासी समिति के बजट, वित्तीय वर्ष 2023-24 और 2024-25 के आय-व्यय, क्रय-विक्रय की प्रक्रिया, ऑडिट देयक, सेमिनार और वार्षिक उत्सव कार्यक्रमों के खर्चों की स्वीकृति, तथा तृतीय बैठक की कार्यवाही विवरण पर भी चर्चा की गई और कार्योत्तर स्वीकृति प्रदान की गई।
मंत्री जायसवाल ने वित्तीय पारदर्शिता सुनिश्चित करने हेतु सिंगल विंडो सिस्टम प्रारंभ करने की बात कही। उन्होंने कहा कि अब सभी भुगतान जेम पोर्टल और सॉफ्टवेयर ऐप के माध्यम से ऑनलाइन किए जाएंगे, जिससे खर्च की निगरानी और पारदर्शिता बनी रहेगी। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रत्येक खर्च जनता के सामने पारदर्शी तरीके से प्रस्तुत हो।


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